आज की इस पोस्ट में हम देखेंगे की दर्पण (Mirror) किस चीज से बना होता है और हम इसमें अपने आप को कैसे देख पाते हैं तो चलिए दोस्तों शुरू करते हैं-
दर्पण – दोस्तों आपने कई बार आइना देखा होगा। पर क्या आप जानते है आप आईने में अपने आप को किस तरीकेे से देख पाते हैं और यह कैसे पॉसिबल हो पाता, किस चीज की उपस्थिति में हम किसी वस्तु या खुद को शीशे में देख पाते हैं। तो आज हम इसी के बारे में जानते है ।
दर्पण बनाने के लिए कांच की पिछली सतह पर एक विशेष धातु पारे तथा चांदी का इस्तेमाल होता है। इसके बाद उसके ऊपर कलाई करके लोहे के लाल ऑक्साइड का पेंट किया जाता है। इससे इनका तल परावर्तक तल बन जाता है जिससे कि इसका एक प्रष्ट पर देखने पर उसके दूसरी ओर आप नहीं देख पाएंगे।
दोस्तों दर्पण बनाने के लिए सामान्य काच लिया जाता है। उसके बाद जैसा की हमने आपको ऊपर बताया ठीक उसी प्रकार से धातु का उपयोग करके दर्पण बनाया जाता है।
दर्पण की हमारे जीवन में अहमियत:
दर्पण हमारे जीवन में अधिक महत्व रखता है, क्योंकि यह हमारे प्रतिदिन के कार्यों में बहुत अहमियत रखता है। जैसे मोटरसाइकिल, साइकिल ,कार, बस कई संसाधनों में दर्पण का उपयोग किया जाता है। जिससे कि यदि आप वाहन चला रहे हो तो आपको बार-बार पीछे मुड़ने की आवश्यकता नहीं है। केवल एक बार दर्पण में देखने से आप पीछे वाले व्यक्ति को जो गाड़ी से आ रहा है, उसे रास्ता देकर आप लेफ्ट या राइट किसी भी एक जगह पर अपनी गाड़ी चला सकते हैं। जिससे पिछे वाला शख्स आसानी से बिना हार्रन बजा कर साइड से निकल सकता है।
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आपकी पोस्ट बहुत सुंदर है और हमारे लिए बहुत ही उपयोगी थी आप ऐसे ही पोस्ट बनाते रहे और हमारे ज्ञान में वृद्धि करते रहे बहुत-बहुत शुक्रिया